निजी प्रकाशन पोथी सहायता
ये योजना राजस्थानी भाषा के लेखकों द्वारा अपने निजी स्तर पर व्यय द्वारा प्रकाशित (राजस्थानी भाषा में) पुस्तकों के लिए है। भारत के किसी भी राजस्थानी भाषा लेखक द्वारा इस सहयोग के लिए आवेदन किया जाता है।
वर्ष 2022-23 के लिये प्रकाशन सहयोग निम्नानुसार हैः-
इसके तहत 32 पुस्तकों को कुल 3 लाख 5 हजार रुपए का प्रकाशन सहयोग प्रदान किया गया। इनमें लोक जीवन री राजस्थानी कहाणियां (धनराज पंवार, बालोतरा), आखर निरख-पोथी परख (विजय जोशी, कोटा) को 12 हजार रुपए प्रत्येक, इंतकाळ (शिवचरण सेन, झालावाड़), धाडै़ सूं धूणै तांई (डॉ. भंवर कसाना, नागौर), राधा इस्कूल जावैगी (कुसुम अग्रवाल, राजसमन्द), गजलां हंदा गोख (लक्ष्मणदान कविया, नागौर), राजस्थान रा रूंख (अर्जुनदान चारण, बाड़मेर), काया री कळझळ (संतोष चैधरी, जोधपुर), नटणी री नौपत (रीना मेनारिया, उदयपुर), पद्मायण (शैल कंवर, उदयपुर), नेव निवाळी (किरण राजपुरोहित, जोधपुर) को 11 हजार रुपए प्रत्येक की प्रकाशन सहायता प्रदान की जाएगी। सरहिन्द रो साको (मनोज कुमार स्वामी, सूरतगढ़), तिरसै सुपनां रा पुळ (महेन्द्र मोदी, मुम्बई), केसर रा छांटा (शकुंतला पालीवाल, उदयपुर), थारी मुळक म्हारी कविता (गौरीशंकर निमिवाळ, नागौर), बगत रो फेर (विमला नागला, केकड़ी अजमेर), अस्सी लघुकथावां (छगनलाल व्यास, बाड़मेर), म्हैं कांई कैऊं (अब्दुल समद राही, सोजत सिटी), बीं लिखी कविता (निर्मल, बीकानेर), सरप्राइज (ऋतु शर्मा, बीकानेर), जाग मिनख तू नींद सूं (रामसहाय हर्ष, बीकानेर), मन रो सरणाटो (इरशाद अजीज, बीकानेर), रंग राजस्थानी (हरीश बी. शर्मा, बीकानेर), केवै जके नैं केवण दो (बाबूलाल छंगाणी, बीकानेर), प्रेम री पोटळी (सत्यदीप, श्रीडूंगरगढ़) को 10 हजार रुपए प्रत्येक की प्रकाशन सहायता प्रदान की जाएगी। फाइव स्टार (मदनगोपाल लढ्ढा, महाजन) को 7 हजार रुपए की, सांचो मिंतर (श्री भगवान सैनी, श्रीडूंगरगढ़), म्हारी ढाणी (प्रहलाद सिंह झोरड़ा, नागौर), रूंख नै गळै लगावां (नरेश मेहन, हनुमानगढ़), टाबरिया म्हैं टाबरिया (मानसिंह राठौड़, बाड़मेर), राजस्थानी गीत (डॉ. विजयलक्ष्मी नैनावटी, उदयपुर) को 6 हजार रुपए प्रत्येक की व च्युइंग गम (मानसी शर्मा, हनुमानगढ़) को 5 हजार रुपए की प्रकाशन सहायता प्रदान की जाएगी।