मोनोग्राम

राजस्थानी के वयोवृध एवं लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकारों के जीवन काल में उनकी श्रेष्ठतम रचनाओं को संकलित करते हुए मुर्धन्य साहित्यकार द्वारा उनके साहित्यिक अवदान को प्रकाश में लाने के प्रयास स्वरूप पुस्तकाकार विनिबंधों का प्रकाशन कराया जाता है। इस श्रृंखला में अब तक निम्नलिखित विनिबंध मोनोग्राम विक्रय हेतु उपल्बध है।

विनिबंध

क्र.स.

विनिबंध आगीवाण

लेखक

1

पदमश्री लक्ष्मीकुमारी चूंडावत

प्रो. जहूर खां मेहर

2

गिरधारीलाल मालव

अम्बिकादत्त

3

बैजनाथ पंवार

डॉ. गीता सामौर कविया

4

कवि भगवती लाल व्यास

कुन्दन माली

5

डॉ. शक्तिदान कविया

डॉ. गजादान चारण

6

प्रो. जहूर खां मेहर

जुगल परिहार

7

महाकवि अम्बु शर्मा

ओंकारश्री

8

मोहन आलोक

डॉ. मंगत बादल